बजट 2024 में ध्यान देने योग्य प्रमुख कारक आपके विशिष्ट हितों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करेंगे, लेकिन यहां विचार करने के लिए कुछ सामान्य बिंदु दिए गए हैं:
राजकोषीय घाटा :राजकोषीय घाटा एक महत्वपूर्ण उपाय के रूप में कार्य करता है, जो सरकार की आय और व्यय के बीच अंतर को दर्शाता है।
पूंजीगत व्यय :सरकारी पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) को सड़क, रेलवे और बंदरगाहों जैसे बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए नामित किया गया है।
समाज कल्याण: मनरेगा, खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम और हाशिए पर रहने वाले समूहों के लिए पेंशन जैसी योजनाओं में आय समर्थन और बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए निरंतर धन मिलने की उम्मीद है।
कृषि: पीएम किसान सम्मान निधि और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसे किसान कल्याण कार्यक्रमों के लिए निरंतर वित्त पोषण की संभावना है।
बुनियादी ढाँचा: बुनियादी ढाँचे के विकास में गति बनाए रखना, विशेष रूप से रेलवे, सड़क और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में, प्राथमिकता होगी।
शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल: आयुष्मान भारत योजना जैसे मौजूदा शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रमों के लिए वित्त पोषण जारी रहने की उम्मीद है।
रक्षा: भू-राजनीतिक स्थिति को देखते हुए, रक्षा जरूरतों के लिए पर्याप्त धन बनाए रखना प्राथमिकता होगी।